शहर में विद्युत दुर्घटना से बचाव व उसके उपायों पर आधारित सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन


राजनांदगांव, – छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड राजनांदगांव के कैलाश नगर स्थित पूर्वी जोन उपकेन्द्र में सुरक्षित ढंग से कार्य करने हेतु विद्युत कर्मियों के लिए ‘‘सेफ्टी ड्रिल ट्रेनिंग’’ कार्यषाला का आयोजन किया गया। राजनांदगांव क्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री शिरीष सेलट के निर्देशानुसार कार्यपालन अभियंता श्री आर.के. गोस्वामी,  सहायक अभियंता श्री रोहित मंडावी व कनिष्ठ अभियंता सुश्री नेहा गढ़पायले के द्वारा तकनीकी एवं ठेका कर्मचारियों को सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कार्य करने एवं लाइन मेन्टेनेंस तथा एरियर्स रिकवरी के उपायों के विषय में जानकारी दी गयी। उन्होने कि ज्यादातर हादसे छोटी-छोटी लापरवाही से होते हैं, इसलिए बचाव के साधनोें का पूरा उपयोग कर ही बिजली का कार्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि थोड़ी से लापरवाही से जान जा सकती है इसलिए विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं।
        कैलाश नगर स्थित विद्युत कार्यालय में आयोजित इस कार्यशाला में अधिकारियों ने कहा सुरक्षा का मूलमंत्र है, कि एक सेफ्टी जोन बनाकर कार्य करें। विद्युत लाइनों पर कार्य करने के पूर्व विधिवत परमिट लेकर सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करते हुए एबी स्वीच को ओपन कर लाइन को डिस्चार्ज कर लेवें, और यह भी सुनिश्चित कर लेवें कि किसी अन्य उपकेन्द्र से इस लाइन पर विद्युत प्रदाय तो नहीं किया जा रहा है यदि ऐसा है तो उसे दूसरे छोर से भी नो बैकफीड परमिट अवश्य ले तथा लाइन को बंद करावें। मोबाइल के माध्यम से कदापि परमिट ना लें। समस्त तकनीकी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों एवं उपायों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। सुरक्षा उपकरणों की नियमित तौर से जांच करें और खराब होने पर तत्काल बदलें।
       पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने विद्युत कर्मियों से कहा कि अधिकारियों ने सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्चार्ज राड, सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, टेस्टर, दस्तानों आदि के सुरक्षात्मक उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए कर्मचारियों के द्वारा किस प्रकार इनका उपयोग करना है इनको प्रायोगिक तौर से दिखाया गया। इस दौरान तकनीकी कर्मचारियों द्वारा भी अपने सुरक्षा संबंधित अनुभव एवं कार्य के दौरान आने वाले परेशानियों को भी साझा किया गया।