शिव महापुराण कथा आयोजन विवादों में घिरा, पैसों की वसूली को लेकर भक्तों में नाराजगी

डोंगरगांव। सावन माह में आयोजित शिव महापुराण कथा आयोजन शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया है। आयोजन समिति पर कलश यात्रा, दुकान लगाने, और पंडाल में बैठने के लिए पैसों की वसूली के आरोप लग रहे हैं, जिससे भक्तों में नाराजगी फैल गई है।

कलश यात्रा में शामिल होने के लिए ₹500 की राशि ली जा रही है, वहीं दुकान लगाने के लिए ₹11,000 तक की मांग की जा रही है। कथा स्थल पर भी वीआईपी कैटेगरी के नाम पर अलग से राशि वसूली की जानकारी सामने आई है। महिलाओं व दुकानदारों में खासा रोष है, उनका कहना है कि यह आयोजन धर्म के नाम पर व्यापार बनता जा रहा है।

स्थानीय युवक लोकेंद्र सिंह ठाकुर ने पोस्टर के माध्यम से शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करते हुए आयोजनकर्ता प्रवीण रामटेके पर भुगतान न करने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

कथा स्थल की व्यवस्था भी अव्यवस्थित दिखी — भारी कीचड़, पहुंच मार्ग की दुर्दशा और सफाई की कमी ने श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ा दी है। जहरीले कीड़े-मकोड़ों का खतरा भी बना हुआ है।

नगरवासियों का कहना है कि पूर्व में भी कई धार्मिक आयोजन सामूहिक सहयोग से सफल हुए हैं, परंतु इस बार एकल आयोजनकर्ता के प्रचार और पैसों की मांग ने आयोजन की गरिमा को प्रभावित किया है।

आयोजनकर्ता प्रवीण रामटेके ने अपनी सफाई में कहा कि बेहतर व्यवस्था के लिए कुछ राशि ली जा रही है और फोटोग्राफी से जुड़े विवाद का निपटान किया जाएगा।