राजनांदगांव,
मोहला विकासखण्ड के वनांचल के बहुत ही छोटे से गांव मुरेर निवासी श्रीमती गैंदकुंवर ठाकुर को जनपद पंचायत मोहला के अध्यक्ष निर्वाचित होने पर मोहला ब्लाॅक सहित समस्त वनांचल एवं आदिवासी समाज में हर्ष व्याप्त है। ज्ञातव्य हो कि बहुत ही साधारण परिवार की गृहिणी को देश की आजादी के बाद अपने गांव मुरेर से वर्ष 2020 में ग्राम पंचायत मार्री का पहली बार सरपंच एवं अभी हाल में संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन में जनपद सदस्य उसके पश्चात् जनपद अध्यक्ष बनने का गौरव हासिल हुआ है। उल्लेखनीय है कि आज से कुछ साल पहले तक ग्राम मुरेर की पहचान दुर्गम एवं पहुँचविहीन गांव में होता था। बारिश के दिनों में ग्राम मुरेर एवं आसपास के गांव मार्री एवं देववाड़वी का संपर्क मुख्य मार्ग से पूरी तरह से टूट जाता था। जिसके कारण प्रसव एवं अन्य बीमारियों के कारण कई ग्रामीणों की असमय मौत भी हो जाती थी। आज भी ग्राम मुरेर के ग्रामीणों को बस में सफर करने के लिए पास के गांव मार्री एवं देववाड़वी में जाना पड़ता है। ग्राम मुरेर के इस महिला को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने पर ग्रामवासियों में सर्वस्व हर्ष व्याप्त है। जनपद अध्यक्ष निर्वाचित होने के पश्चात श्रीमती गैंदकुंवर ठाकुर के गांव में पहुँचने पर गांव के प्रत्येक परिवार के लोगों उनका आत्मीय अभिनंदन एवं स्वागत किया।
अपने परिवार के संघर्षमय सफर के बारे में जानकारी देते हुए नवनिर्वाचित जनपद अध्यक्ष श्रीमती ठाकुर ने बताया कि वे बहुत ही साधारण एवं छोटे परिवार से ताल्लुक रखती है। उन्होंने बताया कि गांव के बुजुर्ग बताया करते थे उनके ससुर स्व. झगरू राम कभी अपने जीविकोपार्जन के लिए दूसरे के यहाँ नौकर लगा करते थे। इसके अलावा जब उनके पति मात्र 04 माह के थे तो उनकी सास का आकस्मिक निधन हो गया था। जिसके फलस्वरूप उनके परिवार को घोर गरीबी एवं विपरित परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था लेकिन वर्तमान में शिक्षा और संघर्ष के कारण उनके परिवार की स्थिति में सुधार हुआ है। वर्तमान में उनके पति श्री बंशीलाल ठाकुर ग्राम पंचायत सचिव के पद पर पास के गांव मण्डावी टोला में पदस्थ है। उनके परिवार में शिक्षा और मेहनत को ध्येय मानकर अपनी स्थिति को सुधार करने के लिए प्रयासरत है। जिसके फलस्वरूप उसके पति के बड़े भाई श्री रामजी लाल ठाकुर प्रधानपाठक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसके साथ ही उनके बड़े भतीजा श्री चंद्रेश ठाकुर लोक सेवा आयोग के माध्यम से जनसंपर्क विभाग में सहायक संचालक पद पर चयनित होकर वर्तमान में बालोद में पदस्थ है। इसके साथ ही उनके दो भतीजी भी शिक्षिका के पद पर पदस्थ है। उन्होंने बताया कि उनके बड़े भतीजे श्री चंद्रेश ठाकुर समाज सेवा एवं प्र्रशासनिक एवं अकादमिक क्षेत्र के जाने-पहचाने नाम है। श्रीमती गैंदकुंवर ठाकुर ने कहा कि उनके परिवार को यह सब उपलब्धि शिक्षा, अपने कार्य के प्रति ईमानदारी एवं कठिन संघर्ष के फलस्वरूप हासिल हुआ है। उन्होंने शिक्षा को आदिवासी समाज सहित समुचे मानव समाज के विकास एवं प्रगति के लिए अत्यंत आवश्यक तथा नशापान को व्यक्ति और समाज के पतन का मुख्य कारण बताते हुए सभी लोगों को अपने बच्चों को उच्च शिक्षित बनाने तथा नशापान से दूर रहने की विनम्र अपील भी की। श्रीमती ठाकुर ने अपने उपलब्धि का श्रेय ग्राम मुरेर सहित सभी मतदाताओं एवं अपने परिवार के कठिन संघर्ष को देते हुए क्षेत्र के विकास के लिए अपना सर्वस्व योगदान देने के अलावा अंचल एवं समाज में शिक्षा के प्रसार हेतु कार्य करने की बात कही है।
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