गोंड़ समाज द्वारा गौटियाटोला बागरेकसा मेंदुर्गावती जयंती एवं सामाजिक गोष्ठी, सम्मान समारोह का किया गया आयोजनसमाज प्रमुखों ने की समाज सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता को बनाए रखकर समाज हित में योगदान देने की अपील


राजनांदगाँव, 14 अक्टूबर 2024
संभागीय गोंड़ समाज मोहला के अंतर्गत आदिवासी कोयतुर गोंड़ समाज ब्लाक इकाई छुरिया-डोंगरगढ़ के तत्वावधान में ग्राम गौटियाटोला बागरेकसा में रविवार 13 अक्तूबर को वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर पर गोंड़वाना सामाजिक विचारगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाज के संभागीय अध्यक्ष नरेन्द्र नेताम उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लाॅक अध्यक्ष दिनेश कोरेटी दिलेर ने किया। समारोह में विशेष अतिथि के रूप में संभागीय संरक्षक जगत राम सलामें, संभागीय सलाहकार हिरेसिंह घावड़े, सेवानिवृत डीआईजी दुखूराम आचला, संभागीय सचिव कुमार कोरेटी, कोषाध्यक्ष तुलसी मरकाम, अधिकारी-कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चन्द्रेश ठाकुर, कार्यकारिणी सदस्य तुकाराम कोर्राम, आडिटर ओमप्रकाश कोडापे, मीडिया प्रभारी लखन सोरी,ब्लाक अध्यक्षगण सर्वश्री बाबूराव हिड़को ईस्तारी, गोविंद टेकाम कोटगुल, रामबिलास घावड़े खुज्जी, आत्माराम कौड़ो, दिनेश उसेण्डी मानपुर, ब्लाक महासचिव संतुराम मंडावी खड़गांव, ब्लाक सचिव अशोक मांझी मोहला, ब्लाक संगठन मंत्री हीरासिंह बोगा कोरची, सेवानिवृत एसआई भगवान सिंह सलामें एवं श्री मंडावी मुगेशीटोला एवं अन्य अतिथिगण उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथि एवं वक्ताओं ने गोंड समाज के सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता को बनाए रखते हुए समाज हित में योगदान देने की अपील समाज के सभी लोगों से की। इस अवसर पर अतिथियों ने ग्राम गौटियाटोला में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की भूरी-भूरी सराहना भी की।

 कार्यक्रम का शुभारंभ समाज की विभूति एवं पूरोधा शंभूशेक, बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती सहित गोंड़वाना महापुरुष एवं दिवंगत समाज प्रमुखों के प्रतिमा एवं छात्राचित्रों पर माल्यार्पण एवं सेवा अर्जी के साथ किया गया पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया।
        वक्ताओं ने सामाजिक लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती को आदर्श मानकर उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करना होगा। कोयतुर गोंड़ समाज की भाषा, संस्कृति, रीति-रिवाज, रूढ़ी गत परम्परा अति प्राचीन एवं गौरवशाली है। जिसे मूल रूप में बचाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता में बिखराव आने से समाज पिछड़ जायेगा। सामाजिक एवं सांस्कृतिक संरक्षण के साथ समाज का विकास भी जरूरी है। मातृभाषा गोंड़ी के साथ-साथ हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा का ज्ञान भी आवश्यक है। कोयतुर गोंड़ समाज की पहचान टोण्डा, मुण्डा एवं कुण्डा व्यवस्था के साथ-साथ भीतर में सेवा अर्जी करने से होती है। गोंड़ महासभा मोहला की रोटी-बेटी का संबंध एवं रिश्तेदारी एक या दो ब्लाक तक नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र के 13 सामाजिक ब्लाकों तक होता है। संभागीय गोंड़ महासभा मोहला की राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग एवं विशिष्ट पहचान है। जिसे बनाये रखना हम समाज प्रमुखों एवं समस्त समाज की है। इस अवसर पर सामाजिक कार्यक्रमों में सहभागिता निभाने वाले कर्मचारियों दिनेश कुरेटी, तोमन आचले, मूलचंद मंडावी,धर्मेन्द्र दुग्गा,राजकुमार आचले नंदू टेकाम, ओंकार सलामें, अमन नरेटी आदि सहित संभागीय पदाधिकारियों एवं अन्य ब्लाक से आये ब्लाक पदाधिकारियों का पुष्पमाला,गमछा एवं पीला चांवल का टीका लगाकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर एटमेटा (बूचाटोला) सर्कल के अध्यक्ष भूषण सलामें,उपाध्यक्ष अनिल हारमें एवं सचिव मेघनाथ सलामें का चयन कर नव चयनित सर्कल पदाधिकारियों को बधाई देकर निष्ठा के साथ काम करने की अपेक्षा की गयी। स्वागत भाषण ब्लाक अध्यक्ष दिनेश कोरेटी दिलेर, संचालन ब्लाक सचिव समन लाल उइके,उदय सिंह कोमरे एवं संतराम सलामें ने किया।आभार प्रदर्शन ब्लाक प्रवक्ता कन्हैया केराम ने किया। इस अवसर पर जनाराम काटेंगी,श्यामदास मंडावी, दिलीप कोरेटी,तोमन आचले, अंबिका सलामें, ललिता सलामें, दयाराम सलामें, रामाधार कोड़ापे, भगवानी दुग्गा, गिरधारी गोटे, संतलाल उइके एवं दुखूराम हुर्रे, मोहन हिचामें, हीरासिंग बोगा आदि सहित छुरिया-डोंगरगढ़ ब्लाक के हजारों सामाजिक लोग उपस्थित थे।