डोंगरगांव।मोक्षधाम सांकरदाहरा एनीकट के पानी को खाली कराने तथा रेत चोरी का मामला अब गहराने लगा है। इस बारे में आज ग्रामीणों और मंदिर समिति के लोगों के बीच संयुक्त रूप से बैठक लेकर ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने का निणय लिए जाने की खबर है। आसन्न गर्मी के ठीक पहले ठेकेेदार द्वारा मनमानीे ढंग से एनीकट के गेट को खोलकर नदी को सूखा करने को लेकर ठेकेदार और विभाग की कार्य शैली पर सवाल उठने लगे हैं।
इस पूरे मामले में ठेकेदार के साथ सिंचाई विभाग की इंजीनियर की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। इस बात की पुष्टि कुछ मिडिया कर्मी के समक्ष भी शुक्रवार को हुई, जब राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा नदी से रेत निकालने संबंधी अनुमति और रायल्टी पर्ची दिखाने की मांग की गई, तब इंजीनियर भी ठेकेदार के लोगों की बातों का समर्थन करती हुई एक ही राग अलापती रही कि हमारे विभाग का काम करने का तरीका अलग है और आपके विभाग के काम करने का तरीका अलग है। हम जो कर रहे हैं, वह सही है। हमें पहले से रायल्टी पर्ची और खनिज विभाग से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। खनिज विभाग के इंतजार में हम अपना काम बंद नहीं कर सकते।
ज्ञात हो कि गर्मी के दिनों में सांकरदाहरा एनीकट के गेट को बिना अनुमति के खोलकर वहां से रेत चाोरी किए जाने की सूचना पर शुक्रवार को सरपंच और मंदिर समिति मौके पर पहुंचकर पड़ताल की थी। उस दौरान राजस्व विभाग की दो महिला अधिकारी भी जांच के लिए पहुंची थीं। उस दौरान सिंचाई विभाग की इंजीनियर सहित ठेकेदार के लोग भी मौजूद थे। पूरे मामले को लेकर मे रेत चुराने एनीकट को ही करा दिया खाली शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर पूरे मामले का खुलासा किया था।
अब सांकरदाहरा में गहराया जल संकट
ग्रामीणों ने मौके पर टीम को बताया कि मंदिर समिति के पदाधिकारियों और देवरी के सरपंच रूपराम चंद्रवंशी द्वारा ठेकेदार के लोगों को रेत निकालने के लिए लगातार मना किया गया, किंतु ठेकेदार के लोगों ने किसी की एक नहीं सुनी। एक बुजुर्ग और समिति के संरक्षक पूरन लाल पटेल कन्हारपुरी ने उक्त अधिकारियों के सामने मुखर होकर अपनी बात रखते हुए कहा कि गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है, इसलिए अभी एनीकट से पानी छोडऩे की जरूरत ही नहीं थी, लेकिन ठेकेदार के लोगों ने इस बारे में ग्राम पंचायत और मंदिर समिति से भी सलाह लेना उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर वह एसडीएम और कलेक्टर से लिखित शिकायत कर जांच कराकर दोषी लोगों पर कार्यवाही करने की मांग करेंगे। बताया गया कि सांकरदाहरा के एनीकट में पहले कमर भर तक पानी भरा था, लेकिन बिना अनुमति के ही पानी को खाली करा दिया गया है, जिससे परेशानी बढ़ गई है। जलस्तर एकदम निचली सतह तक आ चुका है। जलस्तर कम होने से परेशानी बढ़ गई है। आगामी दिनों में गर्मी बढऩे के साथ ही सांकरदाहरा में निस्तारी के लिए संकट खड़ा होना तय है।
शिवनाथ नदी के पानी से उठने लगी सड़ांध
उल्लेखनीय है कि सांकरादाहरा को मोक्षधाम और तीर्थ स्थल का दर्जा मिला हुआ है। बारहों माह यहां श्रद्धालुओं के साथ ही अस्थि विसर्जन, पिंडदान जैसे काम के लिए रोजाना लोगों का यहां आना-जाना लगा रहता है। सांकरादाहरा घाट पर पूजा पाठ उपरांत नदी में अस्थि विसर्जन किया जाता है, किंतु वर्तमान में नदी का वाटर लेबल एकदम कम होने से अब नदी के पानी से सड़ांध और बदबू उठने लगी है, जिससे आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है। इतना ही नहीं नदी में पानी की धार बंद होने और जल स्तर कम होने से अब नदी में नाव चलाना भी दूभर हो रहा है। दरअसल बीच नदी के चट्टान में भगवान शंकर का मंदिर है, साथ ही बगल में सात बहिनी देवियों का मंदिर है वर्तमान में नवरात्रि पर्व आ रहा है जिनमें क्षेत्र के धर्म प्रेमी लोगों द्वारा दीप प्रज्वलित मनोकामना के लिए रखा जाता है जोनाव का सहारा से पार कर ही सात बहनों देवियों के मंदिर जाना पड़ता है जिनमें रात और दिन दर्शन के लिए जाना पड़ता है मोक्ष धाम जिसके नाम से ही इस जगह का नाम सांकरदाहरा पड़ा है। नदी में पानी भरे होने के कारण लोग मंदिर तक नाव से ही पहुंचते हैं और भगवान का दर्शन व पूजा-पाठ करते हैं, किंतु मुख्य घाट के सामने नदी के पूरी तरह सूख जाने के कारण अब नाव की दिशा ही बदल गई है। जिधर गहराई में थोड़ा सा ज्यादा जलभराव है, उधर से ही नाव चलानी पड़ रही है। इस तरह नदी के पानी को खाली करा देने से कई तरह की समस्याएं पैदा हो गई हैं, जिसके लिए लोगों ने ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 2 करोड़ 26 लाख से वॉल पिचिंग का काम शुरू करने के पहले ही साकरदाहरा एनीकट के 9 गेट में से दो गेट को खोल दिया गया था गेट खुल जाने से एनीकट में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
रात में हो रही है रेत की चोरी
लगातार रे चोरी की खबर समाचार पत्रों में प्रकाशन हो रहा है उनके बावजूद भी मोक्ष धाम साकरदाहरा केन नदी में रात्रि में रे छोरी हो रही है कुछ लोगों से पूछा गया तो सरपंच से अनुमति लेकर गांव में ले जाने की बात कही है जबकि रात्रि में रेत निकालने से कुछ लोग विरोध कर रहे हैं रात्रि में रेत निकालने का मामला चोरी ही कहलाएगा इस मामले में सरपंच रूपराम चंद्रवंशी ने कहा मैंने गांव के लिए कुछ लोगों को रेत निकालने के लिए दिन में ही कहा था रात्रि में निकालने वाले के ऊपर शिकायत दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
आखिर क्या कहा जिम्मेदार अधिकारी ने इस मामले को लेकर
सांकरदाहरा एनीकट के गेट को खोलकर पानी निकालने की खबर मिली है एनीकट में 2 साल पुराना कार्य अवरुद्ध है जिसे पूरा करने के लिए साइड का काम शुरू करने के लिए खोला गया है वहां पर रेत निकाला गया है जिसका रॉयल्टी विधिवत खनिज विभाग से ठेकेदार द्वारा लिया जाएगा।
जी डी रामटेके ईई जल संसाधन राजनांदगांव