राजनांदगांव 27 नवम्बर 2020। कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी की तैयारियां और उसके सफलता पूर्वक संचालन के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों का निराकरण जल्द ही समय-सीमा पर करने कहा।
कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि 1 दिसम्बर से धान खरीदी प्रारंभ होगी। राज्य में धान खरीदी का कार्य शासन की पहली प्राथमिकता है। धान खरीदी में किसी भी किसान को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस वर्ष धान बेचने के लिए किसानों के पंजीयन बढऩे के साथ ही खेती के रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है। सभी राजस्व अधिकारी रकबे का मिलान 30 नवम्बर तक कर लें। एक दिसम्बर से धान खरीदी होने के बाद रकबे में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। धान बेचते समय खेती के रकबे के संबंध में कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। राजनांदगांव जिला अन्य राज्यों की सीमाओं से लगा हुआ है। इन सभी बड़े-छोटे रास्तों पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज से टोकन मिलना प्रारंभ हो गया है। ऐसे किसान जिनके पास 5 एकड़ से कम खेत है उनका धान एक बार में खरीदा जाएगा। इस वर्ष 22 नए धान खरीदी केन्द्र बनाए गए है। इन केन्द्रों में खरीदी करते समय विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए। राजस्व अधिकारी खरीदी से पहले ही धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करें और वहां की सभी व्यवस्था सुनिश्चित करें। धान खरीदी केन्द्रों का स्थल चयन, ऑपरेटरों की व्यवस्था, नापतौल के लिए कांटा बांट, नमी मापक यंत्र, इंटरनेट, कम्प्यूटर, धान रखने के लिए डे्रनेज, किसानों के लिए पेयजल सहित अन्य सभी व्यवस्था होनी चाहिए।
कलेक्टर श्री वर्मा ने धान खरीदी के लिए आवश्यक बारदानों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पीडीएस सिस्टम एवं मिलरों से प्राप्त बारदानों का भौतिक सत्यापन करने और बारदाने एकत्रित कर खरीदी केन्द्र में समय के पूर्व उपलब्ध कराने के लिए कहा। इस वर्ष बारदानों की कमी की पूर्ति के लिए प्लास्टिक के बारदाने की खरीदी की जा रही है। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्र में प्रतिदिन उतना ही टोकन जारी करें जितना उसकी तौलाई किया जा सके। धान की खरीदी करते समय धान की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना चाहिए तथा सिर्फ खरीफ धान की ही खरीदी की जाए। किसानों से धान खरीदी से पहले ढेरी लगाए उसके बाद तौलाई किया जाना चाहिए। धान खरीदी करने के बाद उसका स्टेकिंग निश्चित मानक के अनुसार किया जाए जिससे धान का सत्यापन आसानी से किया जा सकेगा। जिन धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरा निर्माणाधीन है उसे 1 दिसम्बर के पहले पूरा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए खरीदी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए। खरीदी केन्द्र में मास्क लगाना अनिवार्य है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में कोरोना संक्रमण के उपाय संबंधी निर्देशों के बैनर एवं फ्लेक्स लगे होने चाहिए।
कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने राजस्व अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा कर लंबित प्रकरणों को जल्दी ही पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों का सुनवाई करके जल्दी ही निपटारा करें। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी समन्वय के साथ टीम वर्क में कार्य करें। बैठक में नजूल भू-भाटक की वसूली की जानकारी, व्यपवर्तन भू-भाटक वसूली की जानकारी, अविवादित, विवादित नामांतरण प्रकरणों के निराकरण की जानकारी, अविवादित, विवादित बंटवारा प्रकरणों के निराकरण की जानकारी, सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की जानकारी, राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत एवं सड़क दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों को अनुदान सहायता राशि का भुगतान, ओलावृष्टि, असामयिक वर्षा से हुई फसल की क्षति का सहायता अनुदान, मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी गई राशि का भुगतान, नवीन राजस्व ग्राम निर्माण की प्रगति, मसाहती एवं असर्वेड ग्रामों का अभिलेख निर्माण तथा वन अधिकार पत्र के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, एसडीएम श्री मुकेश रावटे सहित अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विकासखंड स्तरीय राजस्व अधिकारी जुड़े रहे।
कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक धान खरीदी में किसी भी किसान को परेशानी नहीं होनी चाहिए – कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा
